चाहे होना पड़े खुद को बलिदान भी इस बार, रुकूँगा मिटा कर भ्रष्टाचार। चाहे होना पड़े खुद को बलिदान भी इस बार, रुकूँगा मिटा कर भ्रष्टाचार।
ज़िन्दगी सजा नहीं बल्कि मजा है पर बस उसके लिए जो उसकी धुन संग बजा है ज़िन्दगी सजा नहीं बल्कि मजा है पर बस उसके लिए जो उसकी धुन संग बजा है
कोई आनिवार्य कार्य में लगे हुए हैं हम तो आपको विडिओ कॉल करते रहेंगे कोई आनिवार्य कार्य में लगे हुए हैं हम तो आपको विडिओ कॉल करते रहेंगे
जानते ही नहीं हैं हम, और, बिना जाने कैंसे हो उपचार। जानते ही नहीं हैं हम, और, बिना जाने कैंसे हो उपचार।
जिसे हम लोग कहते हैं भ्रष्टाचार असल में वह तो है बस शिष्टाचार! जिसे हम लोग कहते हैं भ्रष्टाचार असल में वह तो है बस शिष्टाचार!
अपने देश में जब हिंदी बोलने में अपने ही तौहीन समझते हो अपने देश में जब हिंदी बोलने में अपने ही तौहीन समझते हो