जी करे ढिंढोरा पीटूँ, फिर हो गयी सैटिंग मेरी जी करे ढिंढोरा पीटूँ, फिर हो गयी सैटिंग मेरी
समाज से कटे, भटके लोग नैतिकता का भी भान नहीं अजब-गजब मजबूरियां। समाज से कटे, भटके लोग नैतिकता का भी भान नहीं अजब-गजब मजबूरियां।
एक उंगली पे दुनिया सारी बस मुझको मिल जानी है बुद्धि से प्रयोग करो वही तो बुद्धिमानी है एक उंगली पे दुनिया सारी बस मुझको मिल जानी है बुद्धि से प्रयोग करो वही तो बुद्धि...