माना कि हर बेटा बुरा नहीं होता लेकिन नियत बदलते देर नहीं लगती। माना कि हर बेटा बुरा नहीं होता लेकिन नियत बदलते देर नहीं लगती।
थोड़ा सा सब्र रखो, थोड़ा सा सब्र रखो,
बिखरी है आज वो हर जगह बस अब राख की तरह बिखरी है आज वो हर जगह बस अब राख की तरह
RIP लिख जब श्रद्धांजलि देते, श्रद्धा की होती ऐसी तैसी। RIP लिख जब श्रद्धांजलि देते, श्रद्धा की होती ऐसी तैसी।
क्यूँ हम भूल जाते हैं जो समय आज उनका है कभी हमारा होगा। क्यूँ हम भूल जाते हैं जो समय आज उनका है कभी हमारा होगा।
उंगली पकड़कर चलना सिखाया है तूने मुझे दुनिया की हर बुराई से बचाया हमको हर किसी से मुकाबला करना सिखा... उंगली पकड़कर चलना सिखाया है तूने मुझे दुनिया की हर बुराई से बचाया हमको हर किसी ...