शार्ट फार्म
शार्ट फार्म
मेरे मोबाइल पर एक दिन, गो मो लिख कर मैसेज आया
मतलब इसका क्या हो सकता, सोच -सोच माथा चकराया
न मो की ही तर्ज पर है, और गो का मतलब होता जाना
गो मो हो गया “जाओ मोदी”, लेकिन मेरा मन नहीं माना।
मो का अर्थ जानने हेतु, शब्द कोष को हमने छाना
काफी माथा पच्ची कर डाली, शब्द रहा लेकिन अंजाना
थोड़ी देर अक्ल लगाई, तब बात हमारे समझ में आई
गुड मोर्निंग बना है गो मो, जान कर हमने राहत पाई।
कुछ तो इसको जी एम लिखते, उंगली को कम कष्ट हैं देते
गो मो लिख दो अक्षर जोड़े, धन्यवाद हम इसका देते
कलम हाथ से छूट चुकी है, अब है टाइपिंग की कंजूसी
RIP लिख जब श्रद्धांजलि देते, श्रद्धा की होती ऐसी तैसी।
तीन शब्द भी लिख पाने का, समय नहीं है जिसके पास
जाहिर होता मृतक के प्रति, संवेदना का न है एहसास
शॉर्ट फ़ॉर्म का ट्रेंड चला जो, इसके हैं कुछ और भी कारण
स्पेलिंग गलती के झंझट से, मुक्त कर ये करता निवारण।
अखबारों ने भी इस प्रचलन में, भूमिका एक बड़ी निभाई
नरेंद्र मोदी बन गए नामो, काँग्रेस ने रा गा पाई
साउथ बाम्बे का नाम करण हुआ सो बो
शार्ट फार्म हर ओर फैशन में आई।।