RIP लिख जब श्रद्धांजलि देते, श्रद्धा की होती ऐसी तैसी। RIP लिख जब श्रद्धांजलि देते, श्रद्धा की होती ऐसी तैसी।
किसी को देनी तो किसी को लेनी अच्छी लगती है । किसी को देनी तो किसी को लेनी अच्छी लगती है ।
जो भी फरमाइशें हैं तुम्हारी थोड़ा रुक रुक कर फरमाओ। जो भी फरमाइशें हैं तुम्हारी थोड़ा रुक रुक कर फरमाओ।