ठग कौन?
ठग कौन?
सुरक्षित था जीवन
आरक्षित था मन
केंद्रित था पतन
और ठगा जा रहा था वतन
हम भी ठगे जा रहे थे
ठग रहे थे
सो रहे थे
जग रहे थे!
सुरक्षित था जीवन
आरक्षित था मन
केंद्रित था पतन
और ठगा जा रहा था वतन
हम भी ठगे जा रहे थे
ठग रहे थे
सो रहे थे
जग रहे थे!