DR.AVINASH CHANDRA
Abstract
मुझे उससे कोई शिक़वा नहीं है
बुरा हैं वो मगर इतने नहीं हैं
कोई भी बात कह देते हैं सीधा
उनकी बातें कड़वी हैं मगर झूठी नहीं हैं,
मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है।
जीत जाओगे एक ...
ठग कौन?
मुझे उनसे कोई...
जिंदगी में प्...
याद तेरी ऐसा दर्द देने लगी है मुझे अब। जीना भी दुश्वार होने लगा है अब। याद तेरी ऐसा दर्द देने लगी है मुझे अब। जीना भी दुश्वार होने लगा है अब।
नेह आँचल की छाँव में, सदा खुश रहे जहान। नेह आँचल की छाँव में, सदा खुश रहे जहान।
सफ़र पर सफ़र औऱ बेसफ़र बेख़बर यहीं ना तेरा, जीवन अभी औऱ हार्दिक बेफ़िक्र मुक़द्दर का हुआ। सफ़र पर सफ़र औऱ बेसफ़र बेख़बर यहीं ना तेरा, जीवन अभी औऱ हार्दिक बेफ़िक्र मुक़द्दर क...
उनका मकसद यही तो था, बाज परिंदे को बर्बाद करना।। उनका मकसद यही तो था, बाज परिंदे को बर्बाद करना।।
अब तो हर रिश्ता बेमानी हो रहा है, अब तो हर रिश्ता बेमानी हो रहा है,
शब्दावली में ? जवाब मिला क्या ? ज़रा मुझे भी बता देना........ शब्दावली में ? जवाब मिला क्या ? ज़रा मुझे भी बता देना........
मैं हूं नीर सा, बस बह चला... मैं हूं नीर सा, बस बह चला...
उसने आज इक़रार कर लिया किसी से प्यार हो गया है. उसने आज इक़रार कर लिया किसी से प्यार हो गया है.
प्रेम पगा मन करता है इंतजार, डालो गले में प्रेम से बाँहों को।। प्रेम पगा मन करता है इंतजार, डालो गले में प्रेम से बाँहों को।।
शिक्षा से मिल जाता है सामुदायिक ज्ञान शिक्षा से मिल जाता है सामुदायिक ज्ञान
मगर हिन्दी को पीछे छोड़ रहा है है तो हिन्दी हमारी मात्र भाषा मगर हिन्दी को पीछे छोड़ रहा है है तो हिन्दी हमारी मात्र भाषा
बेवक्त भी कभी बुलाऊं तो बिना पूछे दौड़ा चला आए। बेवक्त भी कभी बुलाऊं तो बिना पूछे दौड़ा चला आए।
ऐ जिंदगी रूठना मत कुछ छुपा के रखा मैने आना कभी अकेले में। ऐ जिंदगी रूठना मत कुछ छुपा के रखा मैने आना कभी अकेले में।
सब्र धीरज धैर्य की बन मिसाल, अपने भी सपने करती साकार।। सब्र धीरज धैर्य की बन मिसाल, अपने भी सपने करती साकार।।
उम्मीद उम्मीद
चाहे नया मैं आज हूँ, पर पुराना है ढका बाहर यथा मैं भूल जाऊँ, अंदर याद आता है चाहे नया मैं आज हूँ, पर पुराना है ढका बाहर यथा मैं भूल जाऊँ, अंदर याद आ...
तन्हा सा मैं दिखता हूँ । यादों के संग रहता हूँ । तन्हा सा मैं दिखता हूँ । यादों के संग रहता हूँ ।
किस्मत बदले या ना बदले, ये जिंदगी बदल ही जाती है। किस्मत बदले या ना बदले, ये जिंदगी बदल ही जाती है।
सतरंगी आसमान पर चला प्रदूषण का वार अब ना दिखता बार-बार। सतरंगी आसमान पर चला प्रदूषण का वार अब ना दिखता बार-बार।
कुछ और बातें तुम बोला करो हम सुनने तो तैयार बैठे हैं। कुछ और बातें तुम बोला करो हम सुनने तो तैयार बैठे हैं।