तो मैंने सोचा ये कड़वी क्यों है, तो मैंने सोचा ये कड़वी क्यों है,
सुनो तुम्हें हो या ना हो तुम्हारे लिए मेरा प्यार ठीक वैसे ही रहेगा जैसे नमक स्वादानुसार। सुनो तुम्हें हो या ना हो तुम्हारे लिए मेरा प्यार ठीक वैसे ही रहेगा जैस...
नज़्म कॉफ़ी नज़्म कॉफ़ी
उनकी बातें कड़वी हैं मगर झूठी नहीं हैं, मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है। उनकी बातें कड़वी हैं मगर झूठी नहीं हैं, मुझे उनसे कोई शिकायत नहीं है।
हर याद कड़वी हो जरूरी तो नहीं हम मीठी यादें बसाना जानते है हर याद कड़वी हो जरूरी तो नहीं हम मीठी यादें बसाना जानते है
खाली हाथ मनुज है आता। अपनी बुद्धि को बड़ा भ्रमराता। खाली हाथ मनुज है आता। अपनी बुद्धि को बड़ा भ्रमराता।