हवाले कर दो
हवाले कर दो
सुनो
मैंने सैकड़ों वादे किए
शायद वो अधूरे रह गए
मगर सच में
वो सब मैं पूरा करना चाहता
मैं हर जन्म, हर घड़ी
हर समय हर काल में
बस तुम्हारा साथ चाहता।
तुम
मुझे डरपोक कहती
हाँ मैं डरता हूँ
मगर बस तुम्हें खोने से
तुम्हारे रूठ जाने से
तुमसे दूर जाने से
तुम्हारे न बात करने से।
न
जाने क्यों मैं
बस सोचता रहता हमेशा
तुम्हें खुश करने के तरीकों को
तुम्हें प्यार से मनाने को
तुम्हें अपना बनाने को।
सुनो
तुम मुझे पूरा कर दो
अपना हमराज़ बना कर
अपना हाथ मेरे हाथ में देकर
अपने नखरों को मुझ पे लुटा कर
अपने गुस्से को मुझे सौंप कर
अपने प्यार में मुझे बहा कर
इस अजनबी से रिश्ते से बांध कर
मेरी प्रेम नाव को साध कर
अब मंजिल के किनारे कर दो
तुम खुद को मेरे हवाले कर दो।

