मैं इक कलम सा प्रेमी हूँ, इश्क कागज़ से करता हूँ।। 🖋️AमN❣️
हमारी धड़कने किसी ब्रेक फैल हुई गाड़ी की तरह बेकाबू होकर बढ़ने लगी थी। हमारी धड़कने किसी ब्रेक फैल हुई गाड़ी की तरह बेकाबू होकर बढ़ने लगी थी।