कुछ बेमतलब साथ हो गये। कुछ बेमतलब साथ हो गये।
गिला करे तो किससे करे ए शमा़ यहाँ तो हर इन्सान ही पत्थर सा है। गिला करे तो किससे करे ए शमा़ यहाँ तो हर इन्सान ही पत्थर सा है।
ना तेरे बिन मेरा गुजारा, ना मेरे बिन तेरा कोई सहारा ना तेरे बिन मेरा गुजारा, ना मेरे बिन तेरा कोई सहारा
कि तुमको, रब को और रूह को फिरसे मिलवा पाऊँ मैं। कि तुमको, रब को और रूह को फिरसे मिलवा पाऊँ मैं।
यूँ रातों को जागना अच्छा नहीं यूँ रातों को जागना अच्छा नहीं। यूँ रातों को जागना अच्छा नहीं यूँ रातों को जागना अच्छा नहीं।
झूठा ही सही,इस आशिक को हमसफर तो बना लो! झूठा ही सही,इस आशिक को हमसफर तो बना लो!