फिर किस बात पर अफ़सोस और किस बात पर गुरुर कर जाना। फिर किस बात पर अफ़सोस और किस बात पर गुरुर कर जाना।
पर कुचलने का दर्द तो कुछ कम होने दो। पर कुचलने का दर्द तो कुछ कम होने दो।
तो किसी के लिए ईनाम और किसी के लिए खेल है ज़िन्दगी। तो किसी के लिए ईनाम और किसी के लिए खेल है ज़िन्दगी।
ख्वाहिशों के दरिया का साहिल बना दिया, तेरे इश्क़ ने मुझे भी काबिल बना दिया। ख्वाहिशों के दरिया का साहिल बना दिया, तेरे इश्क़ ने मुझे भी काबिल बना दिया।
बहुत हो चुका तू मेरा या नहीं तू किसी का हुआ क़्या, ये बात कर। बहुत हो चुका तू मेरा या नहीं तू किसी का हुआ क़्या, ये बात कर।
मैं एक अधूरा अफसाना सुनाता हूँ जिसमें न कोई राजा है न कोई रानी है कुछ किरदार हैं मगर अध... मैं एक अधूरा अफसाना सुनाता हूँ जिसमें न कोई राजा है न कोई रानी है कुछ ...