अरे क्यूँ ठुकराते हो बुजुर्गों को अरे क्यूँ ठुकराते हो बुजुर्गों को
मत पूछो यहाँ किसी से कौन हिन्दू और मुसलमान है मत पूछो यहाँ किसी से कौन हिन्दू और मुसलमान है
बहुत हो चुका तू मेरा या नहीं तू किसी का हुआ क़्या, ये बात कर। बहुत हो चुका तू मेरा या नहीं तू किसी का हुआ क़्या, ये बात कर।
तू ही मेरी मंजिल। तू ही मेरी मंजिल।
गर तुझे आसमाँ नापना है स्वयं को कम नही आंकना है। गर तुझे आसमाँ नापना है स्वयं को कम नही आंकना है।
चूड़ी बना तुझे मैं पहनने को रोज दूँ। लाया खरीद के मैं तिहानी तेरे लिए। चूड़ी बना तुझे मैं पहनने को रोज दूँ। लाया खरीद के मैं तिहानी तेरे लिए।