आखिरी दांव
आखिरी दांव


उम्र का वो चढ़ता पड़ाव
दुखते ज़ख्म गहरे घाव;
थकान अजीब बढ़ा रही
कमर का झुकाव।
जकड़ती हड्डियों में
अखरता तनाव;
पोपली मुस्कान में
सिमटता गालों का भराव।
लेकिन जीने का अंदाज़
फिर भी लाजवाब;
खिलती मुस्कान से
पनपता प्रेम भाव।
एक आलिंगन
मिटा देता अलगाव;
उम्र के अनुभव
जवां रखते मनोभाव।
ऐसे खेलते जाते
ज़िन्दगी का आखिरी दांव।