थोड़ी देर उड़ने का मज़ा लेने दो
थोड़ी देर उड़ने का मज़ा लेने दो
बहुत सपने हाथों से छिटक गए, उम्मीदें टूट कर टुकड़े-टुकड़े हों गयीं,
अभी तो खुल के जीना शुरू किया है इसलिए थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार.
बहुत राज़ दिल की गहराइयों में दफ़न हैं, बोझिल सा हुआ जाता है सीना,
अभी तो ज़ाहिर करना शुरू ही किया है इसलिए दिल खोल के रख लेने दो आज,
थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार.
जब आसमान पर गहरा बादल छाया, तन्हा ये मन घबराया,
उस अशांत मन को राहत मिलने लगी है अब, सुकून के कुछ पल नसीब होने दो,
थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार.
कई बार उड़ते हुए निफ्राम पंछियों को देख उनके जैसा स्वच्छन्द जीवन जीने का अरमान है जागा,
खुली आंखों से सपने साकार करने दो यार ,थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार.
ये जो लहरें हैं ना, कितनी हिलोरियाँ करती हैं, ज़िन्दगी का खुल कर लुत्फ स्वयं भी उठाती हैं
और औरों को भी जीने की वजह दें जातीं हैं,
इनकी तरह आज़ादी का आनंद बिन किसी शर्त के लेना है आज,
समाज के बंधन और बेड़ियों को उखाड़ कर फेंक देने की तमन्ना है
आज इसलिए थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार.
बहुत कुछ सहा है, ठोकरें अनगिनत खायी हैं,
जब-जब बदलाव करना चाहा रूढ़ि वादी सोच का, रूह पे आँच तब तब आयी है,
आज ना चुप बैठूंगी मैं, कहना है जो बेधड़क कहूंगी मैं
इसलिए थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार.
आज भी अस्तित्व पर सवालिया निशान बना हुआ है, उन सवालों ने कुरेदा है हर पल,
छलनी करा है हृदय हर पल,
आज सबका जवाब दे दूंगी, नारी हूँ पर हौसलों से अपने हारी ना हूँ,
सबला हूँ मैं यें सबको बतलाऊंगी आज इसलिए थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार..
जिन्हें काटने की जमाने ने भरपूर कोशिश की, पँख वो फड़फड़ाने लगे हैं फिर से आज,
अरमानों भरी उड़ान भरने का जी किया है आज फिर,
सोचते सोचते उम्र बीत गयी, अब कुछ कर के दिखाना है ख़ास,
इसलिए थोड़ा तो जी लेने दो यार, थोड़ी देर तो उड़ने का मज़ा लेने दो यार।