नदिया का किनारा
नदिया का किनारा
हाँ नदिया का भी किनारा होता है,
जो डूबते हुए का सहारा होता है,
एक यात्री के लिए मंज़िल समीप आने का इशारा होता है,
यें जो एक नदिया का किनारा होता है.
तैराकी सीख रहे मनुष्य के लिए कुछ सीखने की प्रेरणा होता है,
गहराईयों में उतर कर थक चुके हैं जो, उनके लिए पनाह होता है.
थके मांदे खेवईये को राहत दे जाता है,
नदी जीवन देती है तो किनारा मुकाम तक पहुंचा जाता है.
ये जो एक नदिया का किनारा होता है.
हाँ नदिया का भी किनारा होता है,
कभी कूल कभी तीर तो कभी उपकंठ से परिभाषित होता है,
जिनकी अंत्येष्टि हुई वहां, यदा-कदा उन पूर्वजों की स्मृतियाँ वापिस ले आता है,
जो बात मेरे वतन की माटी में है, उस बात का उसके एहसास का रह रह कर स्मरण कराता है,
ये जो एक नदिया का किनारा होता है.
नदिया का निर्मल जल जब हिलोरेँ मार मार के इस किनारे को धो जाता है,
सभी विषमताओं व विपदाओं को जीवन से छूमंतर कर जाता है
पूजा अनुष्ठान होते जिसके द्वारे,
बैठ कर जहाँ नदिया के निर्मल जल में पैर डुबो एक अजब सी शान्ति की अनुभूति कर जाते जन सारे,
यादों का कारवां फिर से बनता, बटोही पुनः मार्मिक पलों की धारा में धुल जाता ,
लाखों भटके हुए लोगों का आश्रय,आसरा,सहारा,उम्मीद होता है,
ये जो एक नदिया का किनारा होता है.