मेरे खवाबों के इस खवाब को हक़ीक़त बना दे ऐ मौला। दो दिलों की इस अधूरी दास्तां को मेर मेरे खवाबों के इस खवाब को हक़ीक़त बना दे ऐ मौला। दो दिलों की इस अधूरी दास्त...
देशहित में कल ये कदम अवश्य उठाना है, घर में ही रहना है, कहीं बाहर नहीं जाना है । देशहित में कल ये कदम अवश्य उठाना है, घर में ही रहना है, कहीं बाहर नहीं जाना ह...
चाय के इश्क़ को अंजाम दे बैठते हैं, चाय के इश्क़ को अंजाम दे बैठते हैं,
गर मैं टूटा भी रहूँ, बिखरा भी तस्वीर तेरी ही हो उन टूटे काँचों में। गर मैं टूटा भी रहूँ, बिखरा भी तस्वीर तेरी ही हो उन टूटे काँचों में।
दो सिक्कों के लिए उसको गिरवीं रखते देखा है। दो सिक्कों के लिए उसको गिरवीं रखते देखा है।
बस कर सके तो जरूर करे मदद किसी गरीब की बस कर सके तो जरूर करे मदद किसी गरीब की