गर मैं टूटा भी रहूँ, बिखरा भी तस्वीर तेरी ही हो उन टूटे काँचों में। गर मैं टूटा भी रहूँ, बिखरा भी तस्वीर तेरी ही हो उन टूटे काँचों में।
देख आज फिर एक बार यादों के पन्नों में संजोकर रखती हूँ मैं तुझे. देख आज फिर एक बार यादों के पन्नों में संजोकर रखती हूँ मैं तुझे.