प्यार की कविता लिख दूं
प्यार की कविता लिख दूं
आजा मेरे मन की मायूसी हटा दूं,
मेरी कलम की तन्हाईयांँ मिटा दूं
खोल दे दिल का पर्दा ओ सनम,
तेरे दिल पे प्यार की कविता लिख दूं ।
कविता लिखकर मैं विरह दूर कर दूंं,
मेरे नैनों के आईने में तुझे मैं बसा दूं,
आजा मेरे सामने तू बैठ जा ओ सनम,
तेरे दिल पे प्यार की कविता लिख दूं।
ख्वाब को आज हकीकत में बदल दूं,
तेरी नजर से मेरी नजर मैं मिला दूं,
तेरे सुरीले अल्फाज़ सुनकर ओ सनम,
तेरे दिल पे प्यार की कविता लिख दूं।
तेरे प्यार के आंसुओं की स्याही बना दूं,
इस स्याही को मैं मेरी कलम में भर दूं,
कलम से अल्फाज़ को सजाकर "मुरली",
तेरे दिल पे प्यार की कविता लिख दूं।