बैठे हो गुमसुम नाराज़ हो क्या ख़ामोशी है छाई उदास हो क्या बैठे हो गुमसुम नाराज़ हो क्या ख़ामोशी है छाई उदास हो क्या
अनकहे लफ्ज़ो में तेरे, बोलते अल्फ़ाज़ हैं, तूने हंसी में जो ढके थे, दिख रहे जज़्बात हैं। अनकहे लफ्ज़ो में तेरे, बोलते अल्फ़ाज़ हैं, तूने हंसी में जो ढके थे, दिख रह...
दबे-कुचले लोगों की आवाज़ को अल्फाज़ के रूप में अंकित करना होगा, दबे-कुचले लोगों की आवाज़ को अल्फाज़ के रूप में अंकित करना होगा,
मेरे अल्फाज़ पीछा कर रहे हैं मेरे अल्फाज़ पीछा कर रहे हैं
वो नखरें भी करती हैं, होती हैं नाराज भी, क्या गजब है उनके दिल की बात बताने का अंदाज भी वो नखरें भी करती हैं, होती हैं नाराज भी, क्या गजब है उनके दिल की बात बताने का...
आज फिर एक ख्याल-ए-दिल आया जब हम नहीं होंगे..!! आज फिर एक ख्याल-ए-दिल आया जब हम नहीं होंगे..!!