उगते प्रहर में खुलते ही चक्षुद्वार पगरव गुँजे उर के अंदर एक प्यारा सा बवंडर उठे बजते रहते है मंदिर... उगते प्रहर में खुलते ही चक्षुद्वार पगरव गुँजे उर के अंदर एक प्यारा सा बवंडर उठे...
आसमान से दूर मैं ज़मीन से खफा होना चाहता हूँ जहाँ पहुँचने का खयाल भी न आया हो किसी को आसमान से दूर मैं ज़मीन से खफा होना चाहता हूँ जहाँ पहुँचने का खयाल भी न आया ह...
लोग कहते हैं कश्मीर को जन्नत-ए-कश्मीर लोग कहते हैं कश्मीर को जन्नत-ए-कश्मीर
कभी इश्क़ की शायरी कभी टूटे दिलों की ग़जल सजी , ख़याल पिरोना आ गया तो गीतों की माला बनी कभी इश्क़ की शायरी कभी टूटे दिलों की ग़जल सजी , ख़याल पिरोना आ गया तो गीतो...
कैसा ये कोहरा मचा फँस गए बीच भंवर अब इससे बहार आना मुश्किल कैसा ये कोहरा मचा फँस गए बीच भंवर अब इससे बहार आना मुश्किल
ना जाने क्यों खामोशियों में मेरी उसका एहसास कराता है ना जाने क्यों खामोशियों में मेरी उसका एहसास कराता है