तुझे अकेले ही जीना होगा यही है सच्चाई क्यूंकि मैं हूँ एक परछाई। तुझे अकेले ही जीना होगा यही है सच्चाई क्यूंकि मैं हूँ एक परछाई।
मेरे ज़ख्मों पे नमक लगा के वो हँसती रही इस कदर, उन्हें दाल फीकी लगी तो इल्ज़ाम मुझपर आ गया, मेरे ज़ख्मों पे नमक लगा के वो हँसती रही इस कदर, उन्हें दाल फीकी लगी तो इल्ज़ा...
सदिया लग जाती हैं एक सपना सजोने में। सदिया लग जाती हैं एक सपना सजोने में।
आ जाता है ग़मों का पहरा आज दीवानो की गली से मैं गुजरा। आ जाता है ग़मों का पहरा आज दीवानो की गली से मैं गुजरा।
कदम आगे चलने का नाम भी नहीं लेता है... कदम आगे चलने का नाम भी नहीं लेता है...
पूरी हो आपके मन की सारी इच्छाएँ, यहीं हैं हमारी नव वर्ष की शुभकामनाएँ..!! पूरी हो आपके मन की सारी इच्छाएँ, यहीं हैं हमारी नव वर्ष की शुभकामनाएँ..!!