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Rushabh Bhatnagar

Tragedy

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Rushabh Bhatnagar

Tragedy

पहली बार मौत से बचने के लिए घर

पहली बार मौत से बचने के लिए घर

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आजकल हर कोई मौत से

बचने के लिए घर में कैद है,

कोई ना कोई बाहर निकलने के

लिए बहाने निकाल रहा है,

यह बीमारी किसी को माफ़ नहीं करती,

इस बीमारी का अगर समय पर

इलाज ना लो तो समझो क्या हो जाए,

यह बीमारी किसी को पता नहीं

चलती कैसे हो जाती है,


यह बीमारी चीन के वुहान शहर से आई है,

कहते हैं ना ग़लतियाँ कोई और करता है ,

उसका खामियाजा किसी और को

भुगतना पड़ता है,

ना जाने जिंदगी में पहली बार कैसा खेल खेला है,

इस बीमारी के चपेट में कई लोग आ चुके हैं,

कई लोगों ने इस बीमारी में अपनी जान दिए,

कई लोग इस मुश्किल बीमारी से बाहर आ

ए हैं,


फिर भी लोगों ने इस बीमारी को मज़ाक

समझ रखा है,

कहते हैं कि मुझे कुछ नहीं होगा,

मैं तो बाहर जाकर घूम लूँगा,

यह बीमारी तुम्हारे शरीर के अंदर,

तुमसे पूछ कर नहीं आएगी,

जब इस मुश्किल में पड़ोगे ,

तब जिंदगी और मौत के बीच में पता चलेगा,

तुम्हारे हाथ में तुम्हारे जिंदगी का फैसला है,


या घर में रहना है,

या अस्पताल में रहना है,

या फोटो फ्रेम में रहना है,

तो फैसला कर लो कहां रहना है तुम्हें,

अगर जिंदा रहोगे तभी,

तो किसी से मिल पाओगे,

इसके लिए अब घर में रहो,

यह फैसला तुम्हारे हाथ में हैं...



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