STORYMIRROR

Rushabh Bhatnagar

Romance

2  

Rushabh Bhatnagar

Romance

कुछ जिंदगी अधूरी सी लगती है

कुछ जिंदगी अधूरी सी लगती है

1 min
2.9K

पिछले कुछ दिनों से

तुमसे मुलाकात नहीं हुई है,

यह ना समझना कि हमारा प्यार

और हमारी मोहब्बत कम हो गई है,

कुछ हमारी भी मजबूरियां है ,

यह समझ लेना,


क्या करूँ वक्त नहीं मिलता,

बस अपनी जिंदगी में उलझा रहता हूं,

पर यह कभी ना समझना कि,

मैं किसी और से प्यार कर बैठा हूं ,

मेरी जिंदगी में सिर्फ तुम हो

और तुम्हारे सिवा किसी के लिए,

इस दिल में जगह नहीं,

अगर भरोसा नहीं तो ,

अपना सीना चीर के बता दूँ ,

कि मेरे सीने में सिर्फ

तुम्हारे तस्वीर छप गई है .



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance