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Rushabh Bhatnagar

Abstract Inspirational

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Rushabh Bhatnagar

Abstract Inspirational

मेरा सपना

मेरा सपना

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मेरे सपने बड़े हैं

कुछ कर दिखाने के,

मेहनत करने से कभी

पीछे नहीं हटता,


हर वक्त जुटा रहता हूं

मैं अपने काम में,

मेरे अंदर जुनून है

अपने काम को लेकर,


हर वक्त अपने काम

को लेकर जुड़ा रहता हूं,

आज भी वही काम

करना पसंद करता हूं,

इस काम में मेरी जिंदगी है

और मेरा सपना जुड़ा हुआ है।


चाहे मुझे इसके लिए

दिन रात अपनी नींदें तोड़ ,

चाहे कुछ भी करना पड़े

मैं करना चाहूंगा,

चाहे कितनी बड़ी दीवार आ जाए।


मैं फिर भी लड़ता रहूंगा,

जब तक ना पहुंच लूंगा,

अपनी मंजिल पर,

तब तक ना पीछे हट लूंगा ,

अपने मुकाम से,

हमेशा अपनी जिंदगी में

अपने सपने को पूरा करने में

लगा रहूंगा।


आज भी कल भी,

जब तक ना पहुंच ,

जब तक पीछे नहीं हटगा,

जब तक अपनी मंजिल पर

ना पहुंच सकूं और

अपनी जीतना हासिल कर सकूं।


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