मन लड़कियों का
मन लड़कियों का
लड़कियां हमेशा अपना मन
पीहर में रखकर आती है
इसके बावजूद वो ससुराल में
कितना कुछ कर जाती हैं ,
ख़ुद सांस लेने में उसको
चाहे जितनी परेशानी हो
लेकिन परिवार के सांस लेने का
कारण वो बन जाती है ,
क्यों नहीं इन लड़कियों का मन
ये लोग प्यार देकर
बड़े सम्मान के साथ
अपने घर ले आते हैं ?
इनको मन की परवाह नहीं होती
अर्धांगिनी का मन कहीं भी रहे
इन्हें कोई भी फर्क नहीं पड़ता है
बस शरीर के साथ वो यहीं पड़ी रहें ,
इतना कठिन नहीं है
मन को जीतना/सम्मान देना
एक बार कोशिश करके तो देखो
ये तो तुम्हारी मौत भी ख़ुद मर जाती हैं ।