छल
छल
नादां नारी..
वो तुम्हें बड़े प्यार से छलेगा और
तुम उसके छल को प्यार समझोगी..
बहलाएगा, फुसलाएगा
तमाम उन खूबियों की बात करेगा
जो तुम में हैं नहीं लेकिन उसकी बातों
को सुनकर तुम अपने अंदर महसूस करने लगोगी..
तुम्हारी खुशी में अपनी खुशी बताएगा
और तुम्हारे दुःख में तुम से अधिक दुखी दिखाई देगा
तुम उसे दुनियां का सबसे ज्यादा प्यार करने वाला
और खुद को सबसे बड़ा खुशनसीब समझोगी..
वो तुम्हें हर पल, हर लम्हा
साथ होने का एहसास कराएगा,
तुम्हारा कभी उसके वक़्त पर वक़्त न देने पर
वो तुमसे झूठमूठ रूठ जाएगा
तुम उसकी नाराजगी को दिल पर ले लोगी
और अपनी ज़िंदगी का हर लम्हा उसके नाम कर दोगी..
जब तुम पूरी तरह से उसकी बातों,
उसकी चाहतों और ख्याबों की आदी हो जाओगी
तब वो तुमसे समय न होने की बात कहेगा
तो कभी तबियत खराब होने का नाटक करेगा..
अब वो जान गया है कि तुम पूरी तरह
गिरफ्त हो उसकी मुहब्बत में
अब वो जो चाहेगा तुम वो करोगी उससे बात करने के लिए
वो जैसे चाहेगा वैसे तुम्हारे इमोशंस के साथ खिलवाड़ करेगा..
वो तुम्हें बड़े प्यार से छलेगा
और
तुम उसके छल को प्यार समझोगी..!!