STORYMIRROR

Sonam Kewat

Romance Tragedy

3.4  

Sonam Kewat

Romance Tragedy

मेरा दिया गुलाब क्यों है

मेरा दिया गुलाब क्यों है

1 min
317


सोचा नहीं था कभी मिलेंगे 

और वो भी ऐसे हालातों में 

जहां तुम्हें धोखे ने मजबूर किया होगा 

और कुछ ना रहा होगा मेरे हाथों में 


एक बार धोखा मिला तो क्या 

मैं तो अब भी प्यार करूंगा 

तुम अगर चाहती हो तो अब 

फिर से इंतजार करूंगा 


पिछली बार तुम छोड़ गई थी 

इस बार छोड़कर मत जाना 

छोड़ो चाहे जितनी बार 

वापस पड़ेगा तुम्हें यहीं पर आना 


चलों देर आए दुरुस्त आए 

कहावत तो सुना ही होगा 

जब आंखों में नमी आयीं होगी 

मेरा ख्वाब तो बुना ही होगा 


तुम तो नखरे वाली ही अच्छी थीं

यह शांत स्वभाव किसने बना दिया 

चलो अच्छा ही है खुदा ने हमें 

इस बार फिर से मिला दिया


तुम कहतीं थीं मुझे भूल गयीं हो

तो ये चेहरे पर मुस्कान क्यों है 

अगर प्यार नहीं करतीं हो तो

किताबों में मेरा दिया गुलाब क्यों है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance