आया फाल्गुन
आया फाल्गुन
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का नशा है धीरे धीरे
भीगा हुआ मन है गीले गीले
आया फागुन है हौले हौले
रंगों का...
प्रेम की पिचकारी जो भरे भरे
केशव ने रंग मारे हरे हरे
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का...
राधा रानी के संग होली खेले
केशव को गोपी देखो घेरे घेरे
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का नशा...
पुष्पों की बरखा देखो झरे झरे
अबीर गुलाल के रंग चढ़े चढ़े
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का नशा...
केशव का रंग देखो ऐसा चढ़ा
राधा रानी जपें हरे हरे
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का ...।
घोला जो रंग यमुना के तीरे तीरे
ग्वालों की टोली देखो भरे भरे
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का नशा है ...
चढ़ा जो नशा बिन पिए पिए
सजना ने जो लगाया रंग पीले पीले
आया फाल्गुन है हौले हौले
रंगों का नशा है ...।