पाँच पुत्रों की माँ होने का दान दिया अपने पुत्र होने का धर्म इस तरह निभाया ...। पाँच पुत्रों की माँ होने का दान दिया अपने पुत्र होने का धर्म इस तरह निभाया ....
अब अपनी शक्ति पहचानों अपनी अस्मिता अब खुद बचाओं अब अपनी शक्ति पहचानों अपनी अस्मिता अब खुद बचाओं
इस दौड़-भाग वाली जिंदगी में, यहाँ इंसान इतना सब के पीछे भागता है! इस दौड़-भाग वाली जिंदगी में, यहाँ इंसान इतना सब के पीछे भागता है!
हे मधुसूदन केशव बनवारी तू सृष्टि की दृष्ट्री है युग को राह दिखता है !! हे मधुसूदन केशव बनवारी तू सृष्टि की दृष्ट्री है युग को राह दिखता है !!
काली माँ की रुप तुम हो खुद को तुम पहचान लो काली माँ की रुप तुम हो खुद को तुम पहचान लो
नगर केंद्र में एक महल है ये तो केशव का घर है नगर केंद्र में एक महल है ये तो केशव का घर है