बस इक तेरा खास हो जाऊँ
बस इक तेरा खास हो जाऊँ
बेशक भूल जाए, ये ज़माना अब मुझको..
सिर्फ़ इक तेरा, बस अब मैं ख़ास हो जाऊँ.....!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ.....!!
गैर ना समझ मुझे, तेरा ही इक कतरा हूँ..
सोचोगे जो हर दफ़ा, हसीं वो कयास हो जाऊँ....!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ....!!
मत कर फ़िक्र, अब तू गुमनाम राहों की..
चलूँ संग संग, और मन की तेरे आस हो जाऊँ....!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ....!!
कर अदा मुझे, अब तमाम हालात वो तेरे..
ख्वाब बन तेरे, वो नम सा अहसास हो जाऊँ....!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ....!!
मान लूँ ख़ुदा तुझे, उलझे इस मुक़द्दर का..
करूं इबादत तेरी,और बस तेरा दास हो जाऊँ....!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ....!!
भले लाख तपिश हो, जिंदगी की राहों में..
चुन लूँ बूंदे आँखों से और सावन मास हो जाऊँ..!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ....!!
जुस्तजू मुझे सदा, सिर्फ़ इक तेरी रहे..
दुआ बस इतनी,मुक़द्दर तेरा अब काश हो जाऊँ..!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ....!!
हासिल मुझको परवाह बस तेरी होती रहे..
ख्वाब सुनहरा बस ये, अब अनायास हो जाऊँ...!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ...!!
रहने दे भ्रम अभी, फ़कत तन्हाइयों का तू..
मत सता इतना कि, फिर से बदहवास हो जाऊँ..!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ...!!
लगा ले गले से, ए जिंदगी अब तो तू ज़रा..
चलूं फ़िर इतराकर,हौसलों का प्रयास हो जाऊँ..!!
ना हो जुदा तुझसे, कभी ये चाहतें मेरी..
शामिल तुझमे इतना, अब तेरे पास हो जाऊँ...!!
बेशक भूल जाए, ये ज़माना अब मुझको..
सिर्फ़ इक तेरा, बस अब मैं ख़ास हो जाऊँ...!!
:-✍️Arya Vijay Saxena