तेरी सादगी
तेरी सादगी
हुजूर आपका मुस्कुराना क्या कहिये।
गेसू हवा में उड़ाना, क्या काहिये।
है फूलों में रंगत तुम्हारी हंसी से।
है मदहोश मौसम तेरी सादगी से।
काजल का आँखों में सजाना , क्या कहिए।
वो लहरों की तरह, थिरक कर के चलना।
वो कातिल नजर, और वो आंचल फिसलना।
दीवानों पे बिजली गिराना, क्या कहिए।
कभी पल में राजी , कभी खफा होना ।
कभी आईने में खुद को सजोना।
आपका दिल में बस जाना क्या कहिए।