अनकहे शब्द
अनकहे शब्द
किसी डायरी के पन्नो पर लिखे
दबे हुए से हैं मेरे वो अनकहे शब्द
जो मै तुमसे कभी कह ना पाई
ये सोच कर के कहीं खो ना दू तुम्हे
कही तुम नाराज ना हो जाओ मुझसे
कहीं तुम दूर ना हो जाओ मुझसे
तुम दूर हो गए तो टूट कर बिखर जाऊंगी
जो कभी खुद को संभाल कहना भी चाहा
तेरी होठों की मुस्कुराहट देख शब्द रुक गए
नही कह पाई कभी तुम्हे मै वो अनकहे शब्द।।