आग़ लगे तेरे इन पैसों में, हमें माँ-बाप से जो दूर करे ! आग़ लगे तेरे इन पैसों में, हमें माँ-बाप से जो दूर करे !
रंगों की रंगीनियों का गुलाल उड़ाती रहे मुबारक़ हो तुमको रंगों की रंगीनियों का गुलाल उड़ाती रहे मुबारक़ हो तुमको
यूँ रुठकर ना जाओ तुम पास मेरे आ जाओ तुम। यूँ रुठकर ना जाओ तुम पास मेरे आ जाओ तुम।
कारवां से बिछड़ गये ,हम चले राह अजनबी जुनून की ,सुकून की ,यकीन की कर जुस्तजू कारवां से बिछड़ गये ,हम चले राह अजनबी जुनून की ,सुकून की ,यकीन की कर जुस्तजू
ऋतुएँ हो पुलकित या उदास साक्षी बन खड़ा है मेरे आँगन का ये अमलतास ऋतुएँ हो पुलकित या उदास साक्षी बन खड़ा है मेरे आँगन का ये अमलतास
अपनी सारी तमन्नाओं को खुल के आज मुस्कुराने दे। अपनी सारी तमन्नाओं को खुल के आज मुस्कुराने दे।