दिमाग के ख्यालो में जंग लग जाये| दिल का टुकड़ा पत्थर हो जाये| मन में उठ रहे तूफ़ान थम जाये| दिमाग के ख्यालो में जंग लग जाये| दिल का टुकड़ा पत्थर हो जाये| मन में उठ रहे...
तो देखते हम जीवन की शाम संग ढलते। तो देखते हम जीवन की शाम संग ढलते।
अमरत्व की चाहत। अमरत्व की चाहत।
यूँ हीं कुछ खुशबूदार लोगों से रोज मिलती हूँ मैं। और जिनकी खुशबू से महका करता है मेरा "रूह "और मेर... यूँ हीं कुछ खुशबूदार लोगों से रोज मिलती हूँ मैं। और जिनकी खुशबू से महका करता ह...
इसलिए जब थक जाती हूँ बहुत तो खुद को समेटकर फिर से चल देती हूँ...। इसलिए जब थक जाती हूँ बहुत तो खुद को समेटकर फिर से चल देती हूँ...।
चढ़ता है जब कोई तरक्की की सीढ़ी, वो नजरिया ही है जिस वजह से... कोई उससे घृणा और जलन करता है, तो को... चढ़ता है जब कोई तरक्की की सीढ़ी, वो नजरिया ही है जिस वजह से... कोई उससे घृणा और...