दोस्त की याद में लिखे गये कुछ लफ्ज़... दोस्त की याद में लिखे गये कुछ लफ्ज़...
वक़्त में जो पीछे हट जाए हरदम, वह कभी दोस्त नहीं कहलाते। वक़्त में जो पीछे हट जाए हरदम, वह कभी दोस्त नहीं कहलाते।
मनोबल बढ़ाने के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ता है फिर भी रुक तो नहीं जाना है चलना है और आगे बढ़ना ... मनोबल बढ़ाने के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ता है फिर भी रुक तो नहीं जाना है च...
इसे चाहिए सुख सारे मुझसे, पर मुझे है हर बार फंसाती। तंग आकर काबू करना चाहूँ, तब है सपनों के जाल ब... इसे चाहिए सुख सारे मुझसे, पर मुझे है हर बार फंसाती। तंग आकर काबू करना चाहूँ, ...
जो वफ़ादार थे वो साथ रहे मेरे दुश्मनों की फेहरिस्त लम्बी हो गयी. जो वफ़ादार थे वो साथ रहे मेरे दुश्मनों की फेहरिस्त लम्बी हो गयी.
तुम खुश रहो , जहां रहों, जिसके साथ रहो मेरे अथाह स्नेह और पागलपन के लिए तुम्हे पाने के लिए ज़िद के... तुम खुश रहो , जहां रहों, जिसके साथ रहो मेरे अथाह स्नेह और पागलपन के लिए तुम्ह...