मिला गुरु के द्वार ज्ञान भी था अनोखा बाहरी दुनिया में तो बस खा रहे थे धोखा ! मिला गुरु के द्वार ज्ञान भी था अनोखा बाहरी दुनिया में तो बस खा रहे थे धोखा !
मनोबल बढ़ाने के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ता है फिर भी रुक तो नहीं जाना है चलना है और आगे बढ़ना ... मनोबल बढ़ाने के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ता है फिर भी रुक तो नहीं जाना है च...
माता पिता ने नए लोगों से मिलना सिखाया। पर लोगों की उस भीड़ को परखना आपने सिखाया। माता पिता ने नए लोगों से मिलना सिखाया। पर लोगों की उस भीड़ को परखना आपने सिख...
तकलीफ़ दर्द के समय संयमित रहो एक दिन सूर्य की तरह प्रकाशमान बनोगे। तकलीफ़ दर्द के समय संयमित रहो एक दिन सूर्य की तरह प्रकाशमान बनोगे।
कक्षा में हम जा पहुँचे आ गये रामलाल जी सर हिन्दी क्या बयां करे जब वो खुद है साहित्यसागर कक्षा में हम जा पहुँचे आ गये रामलाल जी सर हिन्दी क्या बयां करे जब वो खुद है साहि...
प्रथम गुरु तेरे चरणों में शीश हमने झुकाया है, तेरे चरणों की धूलि को प्रभु माथे लगाया प्रथम गुरु तेरे चरणों में शीश हमने झुकाया है, तेरे चरणों की धूलि को प्रभु मा...