दान धर्म तप त्याग शिवम् जीवन का आधार। दान धर्म तप त्याग शिवम् जीवन का आधार।
मैं नदिया की धार, चंचल अविचल मझदार। मैं नदिया की धार, चंचल अविचल मझदार।
तकलीफ़ दर्द के समय संयमित रहो एक दिन सूर्य की तरह प्रकाशमान बनोगे। तकलीफ़ दर्द के समय संयमित रहो एक दिन सूर्य की तरह प्रकाशमान बनोगे।
मैं भी तुम्हारा उपकार चुका पाऊं मैं भी तुम्हारे कुछ काम आ पाऊं। मैं भी तुम्हारा उपकार चुका पाऊं मैं भी तुम्हारे कुछ काम आ पाऊं।
मेरी इस बगिया में तू बहार बनके छाई, लेके रुप बेटी का परी मेरे घर आई। मेरी इस बगिया में तू बहार बनके छाई, लेके रुप बेटी का परी मेरे घर आई।
समाज में और भी बेटियां है अपने-अपने बाबुल के घर। समाज में और भी बेटियां है अपने-अपने बाबुल के घर।