तभी प्रकृति रहेगी पक्षियों का अस्तित्व रहेगा नहीं तो पक्षियों की प्रजाति विलुप्त हो जायेगी। तभी प्रकृति रहेगी पक्षियों का अस्तित्व रहेगा नहीं तो पक्षियों की प्रजात...
सुरक्षा की प्यास। सुरक्षा की प्यास।
पुरुष प्रधान इस लोक में अपना गरिमा ढूंढते रहते हैं। पुरुष प्रधान इस लोक में अपना गरिमा ढूंढते रहते हैं।
फूल हर रोज़ खिलता है, हर दिन मुरझा जाता है बागबान हर रोज़ पौधों को नया जीवन देता फूल हर रोज़ खिलता है, हर दिन मुरझा जाता है बागबान हर रोज़ पौधों को नय...
कैसी ये इंसानियत तूने बनाई है कि आज इंसान ही इंसान को मार रहा है। कैसी ये इंसानियत तूने बनाई है कि आज इंसान ही इंसान को मार रहा है।
विलग है सबसे, हमारे सुरक्षा कवच। सबके जीने का मक़सद बनाते हैं। विलग है सबसे, हमारे सुरक्षा कवच। सबके जीने का मक़सद बनाते हैं।