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Monika Garg

Drama

2.9  

Monika Garg

Drama

नन्ही परी

नन्ही परी

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बड़े भाग्य से मैंने ऐसी तकदीर पाई,

लेके रूप बेटी का परी मेरे घर आई।


नन्हे नन्हे पैर, छोटे-छोटे हाथ,

प्यारी सी मुस्कान चेहरे पर छाई,

लेके रूप बेटी का परी मेरे घर आई।


खुदा ने बड़ा उपकार किया,

तुमसा मुझे उपहार दिया,

मुझे जीने की नई वजह दिखाई,

लेके रूप बेटी का परी मेरे घर आई।


अब करने हैं तेरे सब ख्वाब पूरे,

रहना है तेरी डाल बनके,

क्योंकि तू है मेरी परछाई,

लेके रूप बेटी का परी मेरे घर आई।


फूलो फलो अमरबेल की तरह,

हर मंजिल तुम्हें सलाम करें,

चलो तुम हर पल नेक डगर,

तेरी हर राह पर फूल खिलें।


मेरी इस बगिया में

तू बहार बनके छाई,

लेके रुप बेटी का परी मेरे घर आई।।


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