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Monika Garg

Abstract

1.0  

Monika Garg

Abstract

किरदार निभाने आए हैं

किरदार निभाने आए हैं

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क्यों करते हो

मेरी मेरी,


जब सब को

एक दिन

हो जाना ढेरी,


मत भूलो

इस दुनिया के

रंगमंच में,


हम

कुछ दिन के लिए

आए हैं,


वह ख़ुदा है

मालिक जहां का,


हम तो बस

किरदार निभाने

आए हैं ।



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