ए जिंदगी तुझ से इश्क है
ए जिंदगी तुझ से इश्क है
ए जिंदगी तुझ से इश्क है,
तू है तो क्या फ़िक्र है।
गिराएगी तो खुद ही उठाएगी,
रूलाएगी तो खुद ही हँसाएगी।
तुझ से बंधी सांसों की डोरी
तेरे हर पन्ने पर मेरा ही जिक्र है ।
ए जिंदगी तुझ से इश्क है।
मेरी हर हसरत को तुमने अपनाया,
ए जिंदगी तुमने जीना सिखाया।
खुशी में तू मेरे संग हँसी ,
ग़म में तुमने गले लगाया।
डगमगाने लगी जब जब राहें,
हाथ पकड़ कर आगे बढ़ाया।
तुझ को मेरी हर वक़्त फ़िक्र है ,
ए जिंदगी तुझ से इश्क है।