माना कि मैं गरीब हूँँ पर मैं खुशनसीब हूँ आता नहीं धोखा देना इसलिए शरीफ हूँ
शोषित वर्ग को शिक्षा में, नौकरी में वह अवसर नहीं प्राप्त होते शोषित वर्ग को शिक्षा में, नौकरी में वह अवसर नहीं प्राप्त होते
शिक्षा को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। शिक्षा को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए।
एक बार मैं किसी काम से बरगदवा जा रहा था तभी पापा ने कहा "बचाकर जाना एक बार मैं किसी काम से बरगदवा जा रहा था तभी पापा ने कहा "बचाकर जाना
अपने घर के मंदिर में रख दिया क्योंकि अब मैं जान चुका था कि ब्रिज बिहारी कौन है। अपने घर के मंदिर में रख दिया क्योंकि अब मैं जान चुका था कि ब्रिज बिहारी कौन है।
इस इंसाफ के मंदिर में हमे इंसाफ मिला पर इस इंसाफ का क्या मतलब है। इस इंसाफ के मंदिर में हमे इंसाफ मिला पर इस इंसाफ का क्या मतलब है।
राकेश - अब तुम्हारा बास मैं हूँ यह देखो (कागज दिखाता है।) अब इसे बाहर निकाल के आओ नहीं तो बोलो मै त... राकेश - अब तुम्हारा बास मैं हूँ यह देखो (कागज दिखाता है।) अब इसे बाहर निकाल के ...