अब तो आ जा माँ , अब तेरी याद बहुत सताती है, सब होकर भी मन पर, दुखों की बदलीं-सी छाती। अब तो आ जा माँ , अब तेरी याद बहुत सताती है, सब होकर भी मन पर, दुखों की बदलीं-...
कक्षा में हम जा पहुँचे आ गये रामलाल जी सर हिन्दी क्या बयां करे जब वो खुद है साहित्यसागर कक्षा में हम जा पहुँचे आ गये रामलाल जी सर हिन्दी क्या बयां करे जब वो खुद है साहि...
लेकिन जब नेह का मेह बरसा और जब भावों के हल्के झोकों ने दुलारा, लेकिन जब नेह का मेह बरसा और जब भावों के हल्के झोकों ने दुलारा,
आधारों पर त्रिभुज बना दो त्रिभुजों को चतुर्भुज बना दो। आधारों पर त्रिभुज बना दो त्रिभुजों को चतुर्भुज बना दो।
मुझे विषय की तलाश में निकलना होगा मुझे आज फिर एक कविता लिखनी है। मुझे विषय की तलाश में निकलना होगा मुझे आज फिर एक कविता लिखनी है।
चाव से पढ़िए बहुत कुछ सिखा देगी ये ज़िन्दगी। चाव से पढ़िए बहुत कुछ सिखा देगी ये ज़िन्दगी।