अब फीकी मुस्कान बसने लगी है। अब फीकी मुस्कान बसने लगी है।
टूटे सपने बिखरते मोती, ये साथ नहीं अपराध है, जिसे माना मैंने देवता, वो जानवर से भी बदतर है। टूटे सपने बिखरते मोती, ये साथ नहीं अपराध है, जिसे माना मैंने देवता, वो ...
यह मस्ती, यह चुलबुलापन और यह मुस्कान। यह मस्ती, यह चुलबुलापन और यह मुस्कान।
बहुत सुकून है शांति है और इसी से मेरी खिलती मुस्कान है। बहुत सुकून है शांति है और इसी से मेरी खिलती मुस्कान है।
अपने चेहरे पे झूठी मुस्कान लिए फिरते हैं। अपने चेहरे पे झूठी मुस्कान लिए फिरते हैं।
तो देखते हम जीवन की शाम संग ढलते। तो देखते हम जीवन की शाम संग ढलते।