एल्गॉरिथ्म में हो जाने दो देरी, हमको गणित बचानी है। एल्गॉरिथ्म में हो जाने दो देरी, हमको गणित बचानी है।
शायद कुछ कम हो जाए शिकायतें तुम्हारी क्योंकि जिंदगी झूलती रहती है। शायद कुछ कम हो जाए शिकायतें तुम्हारी क्योंकि जिंदगी झूलती रहती है।
कितनी परिक्रमाएँ करेगा मन तुम्हारी कैसे कहूँ कितनी परिक्रमाएँ करेगा मन तुम्हारी कैसे कहूँ
प्यार सिर्फ मुंह से ही नहीं आँखों में भर जाये ! प्यार सिर्फ मुंह से ही नहीं आँखों में भर जाये !
तुम रिश्तों को बाहर भीतर , जोड़-तोड़ करते अपने स्वार्थ वश मुनाफे की तहत, तुम रिश्तों को बाहर भीतर , जोड़-तोड़ करते अपने स्वार्थ वश मुनाफे की तहत,
जीवन भी तो गणित का कठिन एक सवाल है !! जीवन भी तो गणित का कठिन एक सवाल है !!