जीवन गणित
जीवन गणित
भगवन तेरी दुनिया से
हैरान-परेशान हूँ मैं…
जानता हूँ एक निर्बल,
मजबूर इंसान हूँ मैं !
जीवन की कठिनाइयों से
मैंने सदा मुँह मोड़ा है,
गणित के सवालों को
अक्सर अधूरा छोड़ा है।
किन्तु अब यह दुविधा क्यों,
कैसा यह माया-जाल है ?
जीवन भी तो गणित का
कठिन एक सवाल है !!