रंगों की रंगीनियों का गुलाल उड़ाती रहे मुबारक़ हो तुमको रंगों की रंगीनियों का गुलाल उड़ाती रहे मुबारक़ हो तुमको
इक फूल है गुलाब का आज उन के हाथ में धड़का मुझे ये है कि किसी का जिगर न हो। इक फूल है गुलाब का आज उन के हाथ में धड़का मुझे ये है कि किसी का जिगर न हो।
जो थकान थी उस से थोड़ा आराम मिल गया है हाँ मुझे कोई मिल गया है जो थकान थी उस से थोड़ा आराम मिल गया है हाँ मुझे कोई मिल गया है
हर्जाना चुकाया मैंने उस शहर की उस गली में हर्जाना चुकाया मैंने उस शहर की उस गली में
फिर भी मंजिलों से कोई मुकम्मल हुआ हैं क्या ? फिर भी मंजिलों से कोई मुकम्मल हुआ हैं क्या ?
कॉंटों का चुभन किसी फूल से पूछो, अपनों का चुभन काॅंटों के सोहबत बयां करते हैं। कॉंटों का चुभन किसी फूल से पूछो, अपनों का चुभन काॅंटों के सोहबत बयां करते हैं...