छल और आडंबर के इस दौर में भी देखो हक़ीक़त का फसाना लाया हुँ अबके तेरे लिए दिल का नज़राना लाया हुँ ..... छल और आडंबर के इस दौर में भी देखो हक़ीक़त का फसाना लाया हुँ अबके तेरे लिए दिल का...
खुद से अक्सर बात तुम्हारी करता रहता हूँ कागज पर लिख कर नाम तुम्हारा पढ़ता रहता खुद से अक्सर बात तुम्हारी करता रहता हूँ कागज पर लिख कर नाम तुम्हारा पढ़ता रहत...
हर्जाना चुकाया मैंने उस शहर की उस गली में हर्जाना चुकाया मैंने उस शहर की उस गली में
नज़राना दर्द-ए-पेशी आप हमसे करवाते हो। इश्क-दरबान में कागज़ के फूल चढ़ाते हो।। नज़राना दर्द-ए-पेशी आप हमसे करवाते हो। इश्क-दरबान में कागज़ के फूल चढ़ाते हो।...