चाँदनी थी रात अचानक मौसम बदल गयाबरसा बादल इस कदर कि शहर जल गयाचाँदनी थी रात अचानक.............. कुछ ... चाँदनी थी रात अचानक मौसम बदल गयाबरसा बादल इस कदर कि शहर जल गयाचाँदनी थी रात अचान...
समझना जरूरी है कीमत प्रकृति की, वक्त गुजर रहा है मुट्ठी में बंद रेत की तरह।। समझना जरूरी है कीमत प्रकृति की, वक्त गुजर रहा है मुट्ठी में बंद रेत की तरह।।
चल, ले चलूँ तुझे जंगल की सैर कराने घने वृक्षों की छांव में एक आशिया बनाने। चल, ले चलूँ तुझे जंगल की सैर कराने घने वृक्षों की छांव में एक आशिया बनाने।
वो अचरज मे पड़ जाते हैं शहरों की सड़कों पर...। वो अचरज मे पड़ जाते हैं शहरों की सड़कों पर...।
महफ़िलों में आज भी मुस्कुराते चेहरों में तुम नजर आते हो ! महफ़िलों में आज भी मुस्कुराते चेहरों में तुम नजर आते हो !
ना कोई जादू होता ना कोई जादूगरनी होती ना वो शहर होता ना ये बर्बादी होती ! ना कोई जादू होता ना कोई जादूगरनी होती ना वो शहर होता ना ये बर्बादी होती !